Air India SATS office party after plane clash row: एयर इंडिया SATS सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (AISATS) ने अहमदाबाद विमान हादसे के ठीक 8 दिन बाद गुरुग्राम ऑफिस में पार्टी आयोजित करने को लेकर मचे विवाद के बीच चार वरिष्ठ अधिकारियों को पद से हटा दिया है। कंपनी की इस कार्रवाई को संकट प्रबंधन और शीर्ष नेतृत्व को बचाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है।
इन अधिकारियों पर गिरी गाजAISATS ने जिन अधिकारियों की सेवाएं समाप्त की हैं, वे हैं:
वरिष्ठ उपाध्यक्ष (एसवीपी) संप्रीत कोटियन, मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) अब्राहम ज़कारिया और वरिष्ठ उपाध्यक्ष (एसवीपी) बलजिंदर पाल (बाएं से दाएं)- अब्राहम ज़कारिया, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर
- समप्रीत कोटियन, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट
- बलजिंदर पाल, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट
- नुपुर हांडा, असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, लर्निंग एंड टैलेंट
कंपनी ने इन्हें पार्टी आयोजित करने में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होने के आधार पर बर्खास्त किया है। खास बात यह है कि इनमें से कुछ अधिकारी उस दिन पार्टी में शामिल नहीं थे, फिर भी उन्हें जवाबदेह ठहराया गया।
APN चैनल ने दिखाया था पार्टी का वीडियोगौरतलब है कि एपीएन न्यूज चैनल ने एक्सक्लूसिव वीडियो प्रसारित किया था, जिसमें AISATS के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी पार्टी करते और नाचते नजर आए थे। यह वीडियो सामने आने के बाद कंपनी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी।
अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका पर भी सवालयह पार्टी ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर नमित बैकार की स्वीकृति के बिना आयोजित नहीं हो सकती थी। चूंकि मामला फंड से जुड़ा था, इसलिए माना जा रहा है कि चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर विकास अग्रवाल ने भी इसकी अनुमति दी होगी। वहीं, चूंकि इस पार्टी में उनके वरिष्ठ सहयोगी शामिल होने वाले थे, इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि किसी न किसी चरण पर चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रामनाथन राजमणि को भी इस आयोजन की जानकारी रही होगी।
कुछ बर्खास्त अधिकारी पार्टी में नहीं थे शामिलदिलचस्प बात यह है कि बलजिंदर पाल को पहले ही अन्य विभाग में ट्रांसफर कर दिया गया था और वे पार्टी में मौजूद नहीं थे। लेकिन चूंकि उन्होंने विभाग का कार्यभार अभी सौंपा नहीं था, इसलिए उन्हें भी जवाबदेह माना गया। नुपुर हांडा भी पार्टी में नहीं थीं, फिर भी उन पर कार्रवाई की गई।
हादसे के कुछ ही दिनों बाद टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया की सीधी कमान संभाली थी। इसे कंपनी में नेतृत्व परिवर्तन और नियामकीय चूक पर नियंत्रण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
AISATS द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को हटाना सिर्फ एक आंतरिक अनुशासनात्मक कदम नहीं बल्कि सार्वजनिक आक्रोश और नैतिक जवाबदेही के दबाव में लिया गया निर्णायक कदम है। अहमदाबाद एयर क्रैश जैसी भयावह घटना के कुछ ही दिनों बाद पार्टी करना न केवल असंवेदनशीलता का संकेत है बल्कि कंपनी की छवि और जवाबदेही पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।
AISATS की यह कार्रवाई भविष्य में ऑपरेशनल और नेतृत्व स्तर पर और भी बदलावों की ओर संकेत देती है। गौरतलब है कि AISATS एयर इंडिया और सिंगापुर की SATS लिमिटेड का जॉइंट वेंचर है, जो भारत में ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सेवाओं जैसे एयरपोर्ट ऑपरेशन्स में संलग्न है।
You may also like
महीने के अंत मे शुरू हो रहा हैं सिद्धि योग इन राशियो की चमकेगी किस्मत
राजस्थान के ग्रामीणों का अनोखा विरोध! साइबर ठगों से छीने 150 मोबाइल, पत्थरों से तोड़ा और फिर लगाई आग
गौतम अदाणी का पुरी बीच पर आना गर्व की बात: लाइफगार्ड्स
'अंतरिक्ष से भारत माता की जय', आईएसएस से पीएम मोदी से बात करते हुए बोले शुभांशु शुक्ला
बेंगलुरु में पत्नी की हत्या का चौंकाने वाला मामला